My Self Written Poem in Hindi
उडता रहूँ तेरी जुल्फोँ की छाँव मेँ कहीँ
जैसे उडते हैँ बादल चाँद सितारोँ मेँ कहीँ।
तेरे बदन की खुशबू को साँसोँ मेँ छुपाकर
झूम जाऊँ इन मस्त फिजाओँ मेँ कहीँ।
तेरे नैनोँ के काजल से दिल के कोरे कागज पर
लिख दूँ तेरा फसाना।
और जिन्दगी भर गुनगुनाता रहूँ
तेरा ही तराना। बस इतनी ही चाहत है।
तेरी पुष्प सी पुलकित पल्कों पर
रख दूँ इक हसीन सा ख्वाब
तेरे मृग सरीखे नयनों को
ले चलूँ उस ख्वाब के पास।
तेरे जीवन को खुशियों से भर दूँ
तेरा हर सपना हकीकत कर दूँ।
मेरी इस स्वप्निल अभिलाशा को
पूरा जरूर करना,
या रब, उसे कभी न मुझसे दूर करना।
बस इतनी सी चाहत है, बस इतनी सी चाहत है।
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